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Author name: Amritesh

मंदिल क्यों जाते हैं? !! Why go to temple?

मंदिल क्यों जाते हैं? —————————————— प्रसंग तब का है जब, गोरे चिट्टे बल्लु भैया (प. पूज्य गुरुदेव) चार वर्ष के हो गए। कभी दादी के साथ तो कभी मम्मी के साथ मंदिर जाने आने लगे। एक मायने में घर की दो सदस्याएँ उनमें संस्कारों का वपन कर रही थीं। एक दिन बल्लु भैया अकेले ही […]

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एक छिद्रान्वेषी ऐसा भी! such a hole hunter too!

एक छिद्रान्वेषी ऐसा भी! ———————————————– बल्लु (प. पूज्य गुरुदेव के बचपन का नाम) के तीन वर्ष की उम्र का प्रसंग है, वे माँ के साथ नानाजी के घर गए थे। नानाजी श्री रामप्रसाद जैन किराने के व्यापारी थे। साथ ही वैद्यगिरी भी करते थे। सर्दी, जुखाम के अवसर पर रोगियों को इंजेक्शन भी लगा देते

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जैनवाद पर महान पुरुषों का दृष्टिकोण !! View of great men on Jainism

जैनदर्शन पर महान पुरुषों का दृष्टिकोण “मैं दृढ़ता से कहता हूं कि जिस सिद्धांत के लिए आजकल भगवान महावीर का नाम महिमामंडित किया जाता है, वह अहिंसा का सिद्धांत है। यदि किसी ने अहिंसा के सिद्धांत का पूर्ण रूप से पालन किया है और इसका सबसे अधिक प्रचार किया है, तो वे भगवान महावीर ही

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जैन धर्म का इतिहास !! History of Jainism

जैन धर्म का इतिहास ————————————————- जैन धर्म दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक है। शास्त्रों में संरक्षित परंपरा के अनुसार, जैन धर्म सनातन है, और दुनिया के हर चक्र में असंख्य जिनों (कर्मों के विजेता) द्वारा बार-बार प्रकट किया गया है, जिन्हें तीर्थंकर भी कहा जाता है। समय की पूरी अवधि को दो

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jain Gharelu Nuskhe : ये रामबाण नुस्खे करेंगे आपकी हर समस्या को दूर

jain Gharelu Nuskhe : अधिकतर घर में ही हर समस्या का समाधान मिल जाता है। ऐसे ही कुछ छोटी-छोटी समस्याओं के लिए हम घरेलू नुस्खे को लेकर आये हैं। ये घरेलू नुस्खे इलाज के रामबाण औषधि हैं। ये शरीर को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं एवं जैन धर्म की मर्यादा के अनुसार ही

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जैन साधू नग्न (दिगम्बर) क्यों रहते हैं? Why do Jain monks remain naked (Digambara)?

जैन साधू नग्न (दिगम्बर) क्यों रहते हैं? “मनुष्य मात्र की आदर्श स्थिति दिगम्बर ही है। आदर्श मनुष्य सर्वथा निर्दोष होता है-विकारशून्य होता है।” – महात्मा गाँधी “प्रकृति की पुकार पर जो लोग ध्यान नहीं देते, उन्हें तरह-तरह के रोग और दुख घेर लेते है, परन्तु पवित्र प्राकृतिक जीवन बिताने वाले जगल के प्राणी रोगमुक्त रहते है

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इस्लाम धर्म और दिगम्बर जैन मुनि !! Islam religion and Digambar Jain monk

इस्लाम धर्म और दिगम्बर जैन मुनि —————————————————————– इस्लाम धर्म में भी दिगम्बर जैन मुनियों को यथोचित् सम्मान दिया गया है तथा यथायोग्य रीति से उनके क्वचित् सिद्धांतों को अंगीकार कर दृढ़ता से उसका प्रचार किया है। यथा- इस्लाम धर्म से संबंधित एक शायर जलालुद्दीन ने दिगम्बरत्व को दिव्य ज्योति से अलंकृत बताते हुए वस्त्रधारी को

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इसाई मज़हब और दिगम्बर साधु !! Christianity and Digambara Sadhu

इसाई मज़हब और दिगम्बर साधु ————————————————————- “And he stripped his eclothes also, and prophesied before Samuel in like manner, and lay down naked all that day and all that night. Wherefore they said, is Saul also among the Prophets?” -Samuel XIX, 24 “At the same time spoke the Lord, by Isaiah the son of Amoz,

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श्वेताम्बर साहित्य में दिगम्बर जैन मुनि !! Digambar Jain sage in Shwetambar literature

श्वेताम्बर साहित्य में दिगम्बर जैन मुनि ———————————————————————- श्वेताम्बर साहित्य कल्पसूत्र इस बात को प्रगट करते हैं कि दिगम्बर (नग्न) धर्म का पालन प्रथम तीर्थकर भगवान ऋषभदेव ने किया था, तथा वे स्वयं दिगम्बर थे। {‘कल्पसूत्र’ – J.S. P.L. 1. P.285A} तथा आचारांग सूत्र में कहा है- “Those are called naked, who in this world, never returning (to

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