जैन साधू नग्न (दिगम्बर) क्यों रहते हैं? Why do Jain monks remain naked (Digambara)?
जैन साधू नग्न (दिगम्बर) क्यों रहते हैं? “मनुष्य मात्र की आदर्श स्थिति दिगम्बर ही है। आदर्श मनुष्य सर्वथा निर्दोष होता है-विकारशून्य होता है।” – महात्मा गाँधी “प्रकृति की पुकार पर जो लोग ध्यान नहीं देते, उन्हें तरह-तरह के रोग और दुख घेर लेते है, परन्तु पवित्र प्राकृतिक जीवन बिताने वाले जगल के प्राणी रोगमुक्त रहते है […]
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