jain Gharelu Nuskhe : अधिकतर घर में ही हर समस्या का समाधान मिल जाता है। ऐसे ही कुछ छोटी-छोटी समस्याओं के लिए हम घरेलू नुस्खे को लेकर आये हैं। ये घरेलू नुस्खे इलाज के रामबाण औषधि हैं। ये शरीर को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते हैं एवं जैन धर्म की मर्यादा के अनुसार ही हैं।
चलिए जानते हैं कारगर नुस्खे, जरूर अपनाएं–
अनिद्रा से परेशान है, कुछ ऐसा करें-
- सोते समय या उससे 1 घंटे पहले कॉफ़ी का सेवन ना करें।
- सोने से पहले रोगी को कैमोमाइल के पत्तों या उसकी पंखुडियो की चाय पीनी चाहिए, यह चाय शरीर मेंमेलाटोनिन हॉर्मोन को बढ़ा देता है, जो शरीर में निद्रा को बढाती है।
- सफ़ेद चावल का पर्याप्त सेवन भी अनिद्रा के नाश में मुख्य भूमिका निभाता है।
- रोजाना सोने से 2 घंटे पहले गर्म पानी से स्नान करें।
- रात को सोने से पहले तलवों पर सरसों के तेल की मसाज करने से भी समस्या दूर होती है। कुछ दिन ऐसा लगातार करने से अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है।
- सोने से पहले गर्म दूध के साथ अश्वगंधा, कैमोमाइल चाय, मुलेठी, बादाम, दालचीनी, या मेथी के पत्तों का जूस लें. इसके अलावा, एक कप गर्म दूध में एक-दो चम्मच जायफल पाउडर मिलाकर भी सोने से पहले सेवन किया जा सकता है।
- नींद की स्वच्छता बनाएं: सोने और जागने का समय तय करें. दिन में व्यायाम करें और धूप में बैठें। दिन में झपकी न लें। सोने से एक घंटा पहले टीवी, कंप्यूटर, और फ़ोन से दूर रहें. सोते समय कम रोशनी रखें। अपने बेडरूम को ठंडा, अंधेरा, और शांत रखें।
अपने सिर का ख्याल कुछ ऐसे रखें-
- तेज सिरर्दर्द से छुटकारा पाने के लिए सेब को छिल कर बारीक काटें। उसमें थोड़ा सा नमक मिलाकर सुबह खाली पेट खाएं।
- तेज सिर दर्द को कम करने के लिए लौंग (Clove) का सेवन किया जा सकता है. लौंग के पेन रिलिविंग गुण सिर दर्द को कम करने में अच्छा असर दिखाते हैं. एक साफ रुमाल लेकर उसमें कुछ कुटी हुई लौंग डाल लें. इस रुमाल को सूंघने पर सिर के दर्द से राहत मिल सकती है. इसके अलावा सिरदर्द होने पर लौंग के तेल को नारियल के तेल में मिलाकर सिर पर मलने से भी दर्द में आराम मिलता है।
- औषधीय गुणों से भरपूर तुलसी के पत्तों के फायदे सिर के दर्द में भी दिखते हैं. कुछ तुलसी के पत्ते धोकर एक कप पानी में डालें और इस पानी को उबालकर कप में छान लें. इस चाय को पीने पर भी सिर का दर्द कम होने लगता है।
- चाय या कॉफी (Coffee) पीने पर भी सिर के दर्द से राहत मिल सकती है. चाय और कॉफी में कैफीन होता है जो सिर का दर्द कम करने में असर दिखाता है।
- कई बार लो ब्लड शुगर होने पर भी सिर का दर्द सता सकता है. ऐसे में कुछ खाने-पीने पर सिर दर्द ठीक हो जाता है. खासतौर से मैग्नीशियम के सेवन से सिर दर्द में आराम मिलता है. बादाम, ब्लैक बींस, पालक, कद्दू के बीज और चिया सीड्स मैग्नीशियम के अच्छे स्त्रोत होते हैं।
माइग्रेन से परेशान है, कुछ ऐसा करें-
- माइग्रेन की समस्या से अगर आप परेशान है तो इसके लिए दवा लेना बंद कर दें। आपको रोजाना लैवेंडर की चाय पीने से काफी ज्यादा फायदा देखने को मिलेगा। दरअसल लैवेंडर की कुछ बूंदों को आप चाय में मिलाकर या फिर उसे अपने रूमालिया टिशू पेपर में डालकर सूंघेंगे तो आपका माइग्रेन जल्द खत्म हो जाएगा। यह आपके शरीर को रिलैक्स करने के साथ-साथ दिमाग को भी काफी ज्यादा रिलैक्स करने में मदद करेगा।
- माइग्रेन की वजह से सूजी मांसपेशियों को रिलैक्स करने के लिए आइस पैक काफी फायदेमंद होता है। एक साफ टॉवल में आइस के कुछ टुकड़े रखें और उससे सिर, माथे और गर्दन के पीछे 10-15 मिनट सिकाई करें। पिपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदे आइस पर डालने से असर जल्दी होता है। जब भी जरूरत लगे, इस्तेमाल करें।
- सेब का सिरका माइग्रेन में राहत दिलाता है। एक गिलास पानी में एक छोटा चम्मच सेब का सिरका और एक चम्मच चासनी डालकर पिएं। करीब 30 दिन लगातार पीने से राहत मिलेगी। जब माइग्रेन हो या महसूस हो कि होने वाला है तो 2-3 चम्मच लें। यह शरीर को साफ करने, शुगर और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल, वजन कम करने के अलावा हड्डियों और जोड़ों के दर्द में भी राहत दिलाता है। सेब का सिरका नहीं है तो आप सेब भी खा सकते हैं। ग्रीन एप्पल को सूंघना भी फायदेमंद हो सकता है।
- यह सामान्य सिरदर्द और माइग्रेन के दर्द दोनों के लिए एक घरेलू उपचार है। लोगों का मानना है कि इसकी खुशबु माइग्रेन के लिए काफी प्रभावशाली होती है। गर्म पानी में लैवेंडर तेल की कुछ बूंद डालकर सूंघने से बेहद आराम मिलता है।
- तुलसी का तेल माइग्रेन के दर्द में भी काफी प्रभावशाली होता है। तुलसी के तेल का इस्तेमाल करने से माइग्रेन के दर्द में काफी आराम मिलता है। तुलसी का तेल मांसपेशियों को आराम देता है जिससे तनाव कम होता है और दर्द से राहत मिलती है।
अपनी बालों का ख्याल कुछ ऐसे रखें-
- एक चम्मच समुद्री नमक लें और अपनी खोपड़ी पर लगा लें। इसे अच्छी तरह से मसाज करें और ऐसा करते समय उंगलियों को गीला कर लें। बाद में शैम्पू लगाकर सिर धो लें। महीने में एक बार ऐसा करने से रूसी नहीं होगी।
- चाय पत्ती के उबले पानी से बाल धोएं, इससे बाल कम गिरेंगे।
- एलोवेरा का सेवन करने से भी बालों को पोषण मिलता है औऱ इससे बाल घने और मुलायम होते हैं।
- आंवले का मुरब्बा खाएं। चाहें तो कच्चा आंवला भी रोज खा सकते हैं। आंवले के तेल की बालों में मालिश करें।
- बालों में अरंडी के तेल से मालिश करें। यह टूटते बालों की रफ्तार को रोक देता है।
बहती नाक नाक से परेशान हैं, कुछ ऐसा करें-
- युकेलिप्टस(सफेदा) का तेल रूमाल में डालकर सूंघे। आराम मिलेगा।
- पर्याप्त मात्रा में साफ़ तरल पदार्थ पीना।
- दिन में कई बार अपने चेहरे पर नम, गर्म वॉशक्लॉथ लगाना।
- आप नींबू के पत्तों को थोड़ी चीनी के साथ गर्म पानी में उबाल सकते हैं।
- गर्म तरल पदार्थ नाक की जकड़न से राहत देते हैं, आपकी नाक और गले की झिल्ली को आराम देते हैं, शरीर को हाइड्रेटेड रखते हैं और वायरल संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।
अपने होंठों का ख्याल रखें-
- मक्खन में थोड़ा सा केसर मिलाकर रोजाना लगाने से काले होंठ भी गुलाबी होने लगते हैं।
- अगर आप काले होंठों की समस्या से परेशान हो तो नाभि में तेल लगाने से भी आप काले होंठों की समस्या से छुटकारा पा सकती हैं। साथ ही इसे लगाने से फटे होंठों की समस्या भी ठीक होती है।
- अपने सूखे और पपड़ीदार होंठों पर खीरे के एक छोटे टुकड़े को धीरे से रगड़ें और फिर उसके रस को 15 मिनट या उससे ज़्यादा समय तक लगा रहने दें और फिर धो लें। इससे पपड़ीदार होंठ मुलायम और चिकने हो जाएँगे।
- जैतून के तेल का इस्तेमाल होठों की फटी त्वचा को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है। हम इसे सीधे फटे होठों पर लगा सकते हैं।
- सूरजमुखी के बीज के तेल का उपयोग सूखे होंठों के लिए घरेलू उपचार के रूप में किया जा सकता है।
अपने मुख का ख्याल कुछ ऐसे रखें-
- मुंह की बदबू से परेशान हों तो दालचीनी का टुकड़ा मुंह में रखें। मुंह की बदबू तुरंत दूर हो जाती हैं।
- संतरे में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है, जो लार के उत्पादन को बढ़ावा देता है. लार का अच्छा प्रवाह बदबूदार बैक्टीरिया को धो सकता है।
- नीम में एंटीवायरल और एंटीमाइक्रोबियल्स जैसे कई गुण होते हैं. आप पेस्ट के साथ नीम पाउडर का इस्तेमाल कर ब्रश करें।
- ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा पाई जाती है, जो सांसों की बदबू को दूर करने में मदद करता है. ऐसे में आप ग्रीन टी से कुल्ला करें।
- अमरूद की कोमल पत्तियों को चबाने से भी मुंह की दुर्गंध पलभर में दूर हो जाती है।
मुँह के छालों से परेशान हो रहे हैं, कुछ ऐसा करें-
- यदि आपको अकसर मुंह में छाले होने की शिकायत रहती है तो रोज़ाना खाना खाने के बाद गुड को चूसना ना भूलें। ऐसा करने छाले आपसे बहुत दूर रहेंगे।
- गुनगुने पानी में एक चम्मच नमक डालकर छालों पर रखें. कुछ घंटों के अंतराल पर इसे कई बार करें. नमक इंफ़ेक्शन को ठीक करने में मदद करता है।
- बेकिंग सोडा को पानी में मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बनाएं. इस पेस्ट को छालों पर लगाएं और कुछ मिनट के लिए छोड़ दें, फिर धो लें. इसे दिन में कई बार करें. बेकिंग सोडा मुंह के पीएच को संतुलित करने और सूजन को कम करने में मदद करता है।
- दही में एंटी-इंफ़्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो छालों को खत्म करने में मदद कर सकते हैं. आप प्राकृतिक दही खा सकते हैं या इसमें बिफ़िडस या प्रोबायोटिक्स मिला सकते हैं।
- जीभ के छालों को जड़ से खत्म करने मे नमक काफी मददगार हो सकता है. यह बेहतरीन घरेलू इलाज है, जो छालों की वजह से होने वाले सूजन और दर्द को कम कर सकता है. इसके लिए एक कप गर्म पानी में 1 चम्मच नमक मिलाकर पानी से कुल्ला करें. झटपट आराम मिल जाएगा|
अपने दाँतों का ख्याल रखें-
- दांतों के दर्द से भी आप हमेशा परेशान रहते हैं और इसके लिए आप कई तरह के उपाय कर चुके हैं तो अब आप हल्दी और सेंधा नमक को अच्छे से मिलकर उसे शुद्ध सरसों के तेल में मिला लेना है और रोजाना सुबह शाम इस पेस्ट से अपने दांतों पर ब्रश करना है। ऐसा करने से आपके दांतों का दर्द छूमंतर हो जाएगा।
- गर्म पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर 30 सेकंड तक कुल्ला करें और फिर थूक दें. नमक एक प्राकृतिक कीटाणुनाशक है, जिससे सूजन कम हो सकती है और मुंह में घाव ठीक हो सकते हैं।
- लौंग के तेल में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. रूई के टुकड़े को तेल में डुबोकर दर्द वाली जगह पर लगाने से आराम मिलता है।
- एक चम्मच नींबू का रस और दो चुटकी हिंग को मिलाकर हल्का पेस्ट बनाएं और रूई की मदद से दर्द वाली जगह पर लगाएं।
- रूई को पानी में डालकर निचोड़ लें, फिर उसमें बेकिंग सोडा छिड़कें और दर्द वाले दांत पर घुमाएं. इसके अलावा, गुनगुने पानी में बेकिंग सोडा डालकर कुल्ला भी किया जा सकता है।
छींक से परेशान हो रहे हैं, कुछ ऐसा करें-
- ताजा हरा धनिया मसलकर सूंघने से छींके आना बंद हो जाती हैं।
- गर्म पानी का कटोरा या ह्यूमिडिफ़ायर का इस्तेमाल करके भाप लें. इससे सांस की नली साफ़ होती है और छींक रुकती है।
- विटामिन सी शरीर में हिस्टामाइन की मात्रा को कम करता है और छींकने सहित हल्के एलर्जी के लक्षणों को ठीक कर सकता है. इसके लिए आप खट्टे फल खाएं या सप्लीमेंट लें।
- डाइट में जिंक युक्त चीज़ें शामिल करें, जैसे सूखे मेवे, दालें, और फलियां।
- कैमोमाइल या पेपरमिंट जैसी हर्बल चाय पिएं, पुदीने की पत्तियां चबाएं, या काली मिर्च का काढ़ा पिएं।
खाँसी से परेशान हो रहे हैं, कुछ ऐसा करें-
- काला नमक खाने से सूखी खांसी कम होती है।
- एक छोटे फ़्राई पैन में आधा चम्मच घी डालकर गर्म करें. घी गर्म होने पर गैस बंद कर दें और उसमें काली मिर्च सेक लें. जब ये मिश्रण थोड़ा ठंडा हो जाए, तो उसमें एक चम्मच मिश्री या चीनी डाल दें. गरम-गरम इस मिश्रण का सेवन करें।
- सूखी खांसी का एक त्वरित और प्रभावी उपाय गर्म पेय पदार्थ पीना है क्योंकि यह आपके लक्षणों को तुरंत दूर कर सकता है। गर्म पानी, साफ़ शोरबा, हर्बल चाय सूखी खांसी, गले की जलन और ठंड को तुरंत कम कर सकती है और गर्म पेय खत्म करने के बाद भी लंबे समय तक बनी रहती है।
- एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच नमक डालकर तब तक घोलें जब तक यह घुल न जाए। गरारे करने से पहले घोल को थोड़ा ठंडा होने दें।
- आप अपनी नियमित चाय बना सकते हैं और उसमें आधा चम्मच हल्दी मिला सकते हैं, या फिर बेहतर परिणाम के लिए आप इसमें 2-3 काली मिर्च के बीज भी मिला सकते हैं।
बलगम से परेशान हो रहे हैं, कुछ ऐसा करें-
- काली मिर्च का सेवन करना: काली मिर्च से सीने में जमा बलगम पतला होता है और सांस की नलियां साफ़ होती हैं।
- गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करें. इससे गले की खराश कम होती है और बलगम ढीला होता है।
- खजूर गर्म पानी के साथ लेने से कफ दूर होता हैं।
- गर्म पानी में कपूर डालकर भाप लें. इससे बंद नाक खुलती है और गले की खराश कम होती है।
- गले में खराश होने पर सुबह-सुबह सौंफ चबाने से बंद गला खुल जाता हैं।
अपने नाखूनों का ख्याल कुछ ऐसे रखें-
- अगर आपके नाखून बहुत कड़े हैं तो उन्हे काटने से पहले हल्के गुनगुने पानी में नमक डालकर, हाथों को भिगोकर रखें। और 10 मिनट बाद उन नाखूनों को काट दें। इससे सारे नाखून आसानी से कट जाएंगे।
- नाखून बढ़ाने के लिए विटामिन सी से भरपूर चीज़ें जैसे संतरे का रस या नींबू का रस नाखूनों को बढ़ाने में मदद करते हैं. संतरे के रस में नाखूनों को कम से कम 10 मिनट तक भिगोएं. वहीं, नींबू के एक टुकड़े को नाखूनों पर रगड़ें और फिर हाथों को गर्म पानी से धो लें. ऐसा दिन में एक बार कम से कम पांच मिनट तक करें।
- नाखूनों के लिए सरसों के तेल की मालिश भी असरदार होती है. हफ्ते में एक दिन 15-20 मिनट तक नाखूनों पर इस तेल से मालिश करें. नाखून की ग्रोथ बढ़ जाएगी।
- नाखून मज़बूत करने के लिए टी ट्री ऑयल, बादाम का तेल, जोजोबा तेल, अलसी का तेल, कद्दू के बीज का तेल या विटामिन ई तेल से नाखूनों पर मालिश करें. ऐसा हर रोज़ करीब 10 मिनट तक करें।
- एलोवेरा जेल फंगस से प्रभावित नाखून को ठीक करने में मदद करता है। इसमें मौजूद एंटी फंगल और एंटी माइक्रोबियल गुण नाखूनों में कवक को फैलने और इंफेक्शन से लड़ने में मदद करता है। ताजा एलोवेरा जेल को नाखूनों पर लगाकर 20 मिनट के बाद धो लें। रोजाना इस प्रक्रिया को 1 से 2 बार दोहएं।
उल्टी-दस्त आने पर, कुछ ऐसा करें-
- उल्टी दस्त की समस्या से अगर आप परेशान है तो इसके लिए आप पके हुए अनार के फल का जूस कुनकुना कर के एक-एक चम्मच पी सकते हैं इससे काफी ज्यादा आराम आपको फायदा होगा।
- सेब का जूस छोड़कर अन्य फलो का जूस पिए।
- दही व छाछ के अतिरिक्त अन्य दुग्ध उत्पादों का सेवन न करे।
- बच्चों में उल्टी और दस्त की परेशानी होने पर लेमन वाटर बहुत काम का साबित हो सकता है. लेमन में मौजूद एंटी बैक्टीरियल गुण गट के बैक्टीरिया को साफ करने में मदद कर सकते हैं. बच्चे को आधे गिलास पानी में आधे नींबू का रस और चुटकी भर काला नमक मिलाकर पिला सकते हैं।
- दस्त और उल्टी से पस्त बच्चे को नमक और चीनी का घोल राहत दे सकता है. आधे गिलास पानी में एक चम्मच नमक और एक चम्मच चीनी मिलाकर धीरे धीरे पिलाना चाहिए. इससे बच्चे की बॉडी में पानी की कमी नहीं होगी।
अपने पेट का ख्याल रखें-
- बात जब पेट दर्द में घरेलू उपाय की हो तो सेब के सिरके से बेहतर कुछ भी नहीं. सेब के सिरके में पेक्टिन की पर्याप्त मात्रा होती है जिससे पेट दर्द और मरोड़ में राहत मिलती है. इसका अम्लीय गुण खराब पेट के संक्रमण को ठीक करने में भी कारगर है. एक चम्मच सिरके को एक गिलास पानी में मिलाकर पीने से जल्दी आराम होता है।
- पुदीना एक बेहद हेल्दी हर्ब है. सदियों से इसका इस्तेमाल पेट से जुड़ी समस्याओं के समाधान में किया जाता रहा है. इसमें मौजूद एंटी- ऑक्सीडेंट्स पाचन क्रिया को सुधारने में भी सहायक होता है।
- पेट की समस्या को ठीक करने के लिए आप सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं। सेंधा नमक पेट के लिए कारगर माना जाता है। इसके लिए आपको सेंधा नमक और नींबू के रस के साथ मिलाकर पीने से काफी ज्यादा फायदा देखने को मिलेगा। इतना ही नहीं गैस की समस्या भी छूमंतर हो जाएगी। वहीं अगर आपको ब्लोटिंग की समस्या है तो वह भी इस नुस्खे को करने से जल्द दूर हो जाएगी।
- अगर आपके इम्यूनिटी कमजोर है और आप इसके लिए दवाओं का इस्तेमाल करते हैं तो आपको बता दें आप हल्दी के सेवन से अपनी इम्यूनिटी को बढ़ा सकते हैं। जी हां रोजाना आप हल्दी में दूध डालकर पिए तो यह आपके लिए बेस्ट साबित हो सकता है। दूध प्रोटीन का बेस्ट सोर्स माना जाता है। इसमें हल्दी को मिलाया जाए तो यह दुगना असर करता है। हल्दी में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी किस पाई जाती है। जो मसल्स में आई सूजन को कम करने में फायदा दिलाती है। इतना ही नहीं हर दिन में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं।
- पेट से जुड़ी समस्या को ठीक करने के लिए आप सेंधा नमक का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको सेंधा नमक और नींबू के रस को साथ मिलाकर पीने से काफी ज्यादा फायदा देखने को मिलता हैं। इससे गैस की समस्या भी दूर हो जाती हैं।
मोटापे से परेशान है, कुछ ऐसा करें-
- मोटापे से परेशान है और इसे दूर करने के लिए अब तक कई उपाय कर चुके हैं तो अब आप यह एक उपाय करके देखें। इसके लिए आपको एक नींबू का रस एक गिलास जल में प्रतिदिन खाली पेट पीने से मोटापा दूर हो जाता है। ऐसा 3 महीने तक निरंतर करना चाहिए। आपको काफी ज्यादा फायदा देखने को मिलेगा।
- पत्तागोभी में प्रोटीन और कार्बोहाइड्रेट होता है लेकिन कम मात्रा में तो वहीं फाइबर अच्छी-खासी मात्रा में। तो वजन घटाने के लिए आप पत्तेगोभी से बना सूप, सब्जी व सलाद खा सकते हैं।
- मोटापा कम करने के लिए शरीर का हाइड्रेट रहना भी बेहद जरूरी है। दिन में 7-8 ग्लास पानी पीने से पेट भरा हुआ सा महसूस होता है जिससे भूख कम लगती है, ओवरईटिंग से बचा जा सकता है, जो मोटापा बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है।
- अतिरिक्त मोटापा घटाने में सौंफ भी बेहद फायदेमंद है। सौंफ फाइबर युक्त होता है जो भूख को नियंत्रित कर वजन घटाने में मदद करती है।
- खीरा कई तरह से वजन घटाने में मदद करता है। यह कम कैलोरी युक्त होता है साथ ही इसमें पानी की मात्रा भी बहुत ज्यादा होती है और पानी शरीर के वजन को नियंत्रित करने का काम करता है।
अपने घुटनों का ख्याल कुछ ऐसे रखें-
- नियमित रूप से योग और व्यायाम करें।
- जामुन, अनार आदि फलों का सेवन करें।
- घी से अपने घुटने की मालिश करें।
- पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस से बचने के लिए अपना वजन नियंत्रित रखें।
- सवेरे भूखे पेट तीन चार अखरोट की गिरियां निकालकर कुछ दिन खाने मात्र से ही घुटनों का दर्द समाप्त हो जाता हैं।
पेशाब में परेशानी हो रही है, कुछ ऐसा करें-
- पेशाब की जलन से अगर परेशान है तो इसके लिए आप ताजे करेले को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। उसके बाद उसे अपने हाथों से मल दे। करेले का पानी स्टील या शीशे के बर्तन में इकट्ठा कर ले। वहीं पानी में 50 ग्राम की खुराक बनाकर तीन बार सुबह दोपहर शाम पिएं। ऐसा करने से आपको काफी ज्यादा फायदा देखने को मिलेगा।
तिल खनिजों और कई सक्रिय तत्वों का समृद्ध स्रोत है जो मूत्राशय के कार्यों को विनियमित करते हैं। बार-बार पेशाब आने की समस्या के लिए तिल को गुड़ के साथ मिलाकर दिन में दो या तीन बार खाएं। - आंवला मूत्राशय की मांसपेशियों को साफ और टोन करता है, जिससे अनैच्छिक पेशाब पर नियंत्रण में सुधार होता है। सर्वोत्तम परिणामों के लिए, कुछ आंवला पीसें, रस निकालें और इसे चासनी के साथ मिलाएँ। अच्छे परिणाम देखने के लिए इस रस को एक पके केले के साथ दिन में दो या तीन बार लें।
- जीरा मूत्राशय के कार्यों को नियंत्रित करता है और मूत्र मार्ग के संक्रमण को रोकता है। चाय के रूप में जीरा लें। 1 कप साफ पानी में 2 चम्मच जीरा डालकर तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए। इसे ठंडा होने दें, बीजों को चम्मच से कुचलें और छान लें। आप इसे नियमित चाय के बजाय चासनी के साथ दिन में दो बार पी सकते हैं।
- बालों के लिए अच्छा होने के अलावा, रीठा बार-बार पेशाब आने की समस्या को भी प्रभावी ढंग से नियंत्रित करता है। बार-बार पेशाब आने की समस्या से राहत पाने के लिए रीठा को रात भर भिगोकर रखें और अगली सुबह खाली पेट एक हफ्ते तक पीने से राहत मिलेगी।
- पतली छाछ में चुटकी भर सोडा डालकर पीने से पेशाब की जलन दूर होती हैं।
बवासीर से परेशान है, कुछ ऐसा करें-
- बवासीर से छुटकारा पाने के लिए सुबह खाली पेट 2 आलू-बुखारे खाए।
- खाली पेट आधे कटे निम्बू के रस को निचोड़कर सामान्य ताप वाले दूध में मिलाकर फटने से पहले उसको पीना चाहिए। इसमें निम्बू अच्छे पाचन में मदद करता है, तथा दूध मल व मल-नाल को नरम करता है ताकि मल का निकास आसानी से हो सके।
- सुबह व शाम खाना खाने के बाद एक गिलास छाछ में एक-चौथाई चमच अजवाइन पॉवडर और थोड़ा सा काला नमक मिलाकर पिए। अजवाइन आपके शरीर में ऑक्सीजन के प्रवाह को बड़ा देती है, जिससे पाचन क्रिया अच्छी हो जाती है, छाछ से आते नरम हो जाती है जिससे उनमे मल का ठैराव नहीं होता।
- इमली के फूल के रस को निकालकर उसके रस को बवासीर की गाठ पर दिन में दो बार लगाए, यह गाठ को सुखाने में मदद करता है, तथा दर्द, खुजली, और जलन को कम करता है।
- आम की गुठली के अंदर का बीज लेकर उसका पाउडर बनाये व आधा चमच पाउडर एक गिलास गुनगुने पानी के साथ मिलाकर सुबह, दोपहर, व शाम पिए। यह आयुर्वेदिक नुस्खा खुनी बवासीर को सुखाने में साहयता करता है।
कुछ अन्य टिप्स –
- शरीर में कहीं गुम चोट लग जाए या नकसीर आए तो बर्फ की सिकाई बहुत फायदेमंद होती हैं।