27-May-2022

(जिनवाणी स्तुति) भव सागर से तारण हारी, ओ जिनवाणी माँ - 2 तू है हमको सबसे प्यारी, ओ जिनवाणी माँ माँ-ओ माँ, माँ-ओ माँ - 2 शरणा में तेरी, जो भी आता है सच्ची सुखशान्ति, वो नर पाता है खुशियाँ मिलती हैं, जीवन में हरपल यादें रहती हैं, चेतन की पलपल भव-भव में भी हो उपकारी, ओ जिनवाणी माँ - 2 तू है हमको सबसे प्यारी, ओ जिनवाणी माँ माँ - ओ माँ, माँ - ओ माँ - 2 सात तत्व, छह द्रव्य, महिमा बतलाती तू ज्ञायक प्रभु है, हमको सिखलाती बंध- आत्मा में, अन्तर बतलाया भेदज्ञान करना, हमको सिखलाया बना दिया है आत्मबिहारी, ओ जिनवाणी माँ तू है हमको सबसे प्यारी, ओ जिनवाणी माँ माँ - ओ माँ, माँ - ओ माँ - 2 जन्म- जरा मृत्यु, रोग नशाती है आतम अनुभव का, मार्ग दिखाती है मां जग में तुझ सा, कोई न हितकारी वीतराग विज्ञान तेरी बलिहारी तीर्थंकर मुख से अवतारी, ओ जिनवाणी माँ माँ - ओ माँ, माँ - ओ माँ - 2 ???????????????????????????????????????????????????????????????????????????????? न तेरहपंथ की न बीसपंथ की घर घर में हो चर्चा-जिनागम पंथ की पूज्य गुरुदेव से जुड़ी सभी जानकारी व गुरुदेव के मुखारविंद से जाने क्या है ????जिनागम पंथ का सार ????subscribe करे ????youtube के अपने चैनल *जिनागम पंथ जैन चैनल* को व लाइक करें और notification प्राप्त करने के लिए ???? bell icon पर click करे | ???? "जिनागम पंथ जयवंत हो" "भावलिंगी संत जयवंत हो"???? ✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨✨ ????????जिनागम पंथ प्रभावना समिति???????? ✿ Subscribe to our channel here : https://www.youtube.com/channel/UCHEs... ✿ Facebook Page : https://www.facebook.com/vimarsh_vaan.

 

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